Shodashi Secrets
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कस्तूरीपङ्कभास्वद्गलचलदमलस्थूलमुक्तावलीका
The Navratri Puja, for instance, involves starting a sacred Area and undertaking rituals that honor the divine feminine, by using a focus on meticulousness and devotion that's thought to convey blessings and prosperity.
देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥
During the context of electric power, Tripura Sundari's splendor is intertwined together with her energy. She is not only the image of aesthetic perfection but in addition of sovereignty and conquer evil.
॥ इति श्रीमत्त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः सम्पूर्णः ॥
अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे
ईक्षित्री सृष्टिकाले त्रिभुवनमथ या तत्क्षणेऽनुप्रविश्य
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
The Shodashi Mantra is actually a 28 letter Mantra and so, it has become the most basic and least complicated Mantras that you should recite, keep in mind and chant.
श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥७॥
The worship of Tripura Sundari is actually a journey in direction of self-realization, the place her divine beauty serves being a beacon, guiding devotees to the final word fact.
Stage two: Get a picture of Mahavidya Shodashi and area some bouquets before her. Offer incense sticks to her by lights precisely the same in front of her picture.
यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता click here है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।